रविशंकर भाई पिछले सप्ताह एक समाचार को लेकर निराश हो रहे थे ( तमिल हँसे , हिन्दी रोये ) । अब खुश होने की बारी है । दयानिधि सबको एक दृष्टि से देखते है ।
उनका यह कदम भारतीय भाषाओं में कम्प्यूटिंग के क्षेत्र मे एक छोटा किन्तु सकारात्मक और प्रगामी कदम है ..
1 comment:
मारन साहब को कुछ यूनिकोड के बारे में भी बतानेवाला होना चाहिए
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