यदि गंभीर किस्म के गणितीय कार्य - सिमुलेशन, इष्टतमीकरण(Optimization), कन्ट्रोल तन्त्र की डिजाइन (control system design) आदि करने हों तो मैटलैब (MATLAB) नामक कामर्शियल साफ़्टवेयर का नाम सबसे पहले आता है। किन्तु यदि आप मुक्तस्रोत के दर्शन को बढ़ावा देना चाहते हैं और बिना पैसा खर्च किये ही मैटलैब का निकटतम् विकल्प चाहते हैं तो साइलैब(SciLab) नामक साफ़्टवेयर सबसे उपयुक्त है।
साइलैब में लगभग वह सब कुछ है जो आपको मैटलब में मिलेगा। इसकी भाषा भी मैटलैब की भाषा से बहुत हद तक मेल खाती (compatible) है । इसके अतिरिक्त इसमें मैटलैब की भाषा में लिखे प्रोग्रामों को सीधे साइलैब की भाषा में बदलने के लिये कन्वर्टर भी उपल्ब्ध कराया गया है। मैटलैब के साथ जो सिमुलिंक(SimuLink) नामक ब्लाक-डाइग्राम आधारित सिमुलेशन टूल होता है उस तरह का ब्लाक-डाइग्राम आधारित टूल साइलैब में भी है, जिसका नाम है - साइकास(SciCos)। इसका ग्राफ-प्लाटिंग का टूल भी बहुत अच्छा है। इसे सीखना आसान है क्योंकि प्रोग्राम के साथ ही स्वत: चलने वाले ट्यूटोरियल भी हैं। इसके अलावा सभी तरह की सहायता भी उपलब्ध है।
गणित, विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र के विद्यार्थियों, शोधार्थियों, शिक्षकों और पेशावरों के लिये यह बहुत ही उपयोगी साफ़्टवेयर है।
साइलैब में लगभग वह सब कुछ है जो आपको मैटलब में मिलेगा। इसकी भाषा भी मैटलैब की भाषा से बहुत हद तक मेल खाती (compatible) है । इसके अतिरिक्त इसमें मैटलैब की भाषा में लिखे प्रोग्रामों को सीधे साइलैब की भाषा में बदलने के लिये कन्वर्टर भी उपल्ब्ध कराया गया है। मैटलैब के साथ जो सिमुलिंक(SimuLink) नामक ब्लाक-डाइग्राम आधारित सिमुलेशन टूल होता है उस तरह का ब्लाक-डाइग्राम आधारित टूल साइलैब में भी है, जिसका नाम है - साइकास(SciCos)। इसका ग्राफ-प्लाटिंग का टूल भी बहुत अच्छा है। इसे सीखना आसान है क्योंकि प्रोग्राम के साथ ही स्वत: चलने वाले ट्यूटोरियल भी हैं। इसके अलावा सभी तरह की सहायता भी उपलब्ध है।
गणित, विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र के विद्यार्थियों, शोधार्थियों, शिक्षकों और पेशावरों के लिये यह बहुत ही उपयोगी साफ़्टवेयर है।
5 comments:
यह बहुत ही काम का साफ्ट्वेयर निकला, विशेष कर मुझ जैसे भौतिकविद के लिये. बहुत आभार
अनुनाद जी केमिस्ट के लिये भी कुछ है क्या?
शास्त्री जी, यह जानकर खुशी हुई कि आप भौतिक-शास्त्री हैं। मेरा मानना है कि हिन्दी के विकास में क्रान्ति आ जायेगी यदि भिन्न-भिन्न तरह के पेशेवर (professionals) उससे जुड़ जांय।
आर. सी. मिश्रा जी, मैं रसायन शास्त्र से बहुत भयग्रस्त हूँ और इसी लिये रसायनशास्त्रियों को बहुत सम्मान देता हूँ। मेरी स्थिति को देखते हुए आप सोच सकते हैं कि रसायन शास्त्रियों के लिये बढ़िया साफ़्टवेयर सुझाने में मैं कितना सक्षम हूँ।
मेरी पत्नी बरसों भौतिकी से जुड़ी रहीं अब बायोइन्फ़ॉर्मैटिक्स में जो शोध कर रही हैं,इसका प्रयोग करती हैं।उनके प्रोग्राम ८-१० घण्टे चलते हैं तब मुझे लिनक्स-मोज़िला पर हिन्दी लिखने में कठिनाई होती है ।
आपके चिट्ठे के बारे मे तो पूरी एक पोस्ट लिखनी पङेगी केवल टिप्पणी से काम नही चलेगा।
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