04 August, 2006

सूचना माँगिये, भ्रष्टाचार की नकेल कसिये

भारत को पिछडेपन के अभिशाप से मुक्त करने के लिये इसको भ्रष्टाचार से मुक्त करना सबसे जरूरी है। सूचना के अधिकार का बिल्ल पारित होने के बाद आम जनता को इस बिल की शक्ति का आभास भी नहीं हुआ था कि इसके दाँत तोडने की तैयारी शुरू हो गयी है। भारत का शुभ चाहने वाले हर व्यक्ति को इस कदम का विरोध करना चाहिये।


परिवर्तन के जालस्थल पर सूचना के अधिकार का उपयोग करके भ्रष्ट आचरण से लडने के तरह-तरह के तरीके दिये गये हैं।


यदि कोई भ्रष्ट अधिकारी/कर्मचारी आप द्वारा मांगी गयी जानकारी को निश्चित समय पर देने के लिये बाध्य है तो वह सही काम करने के लिये मजबूर और मजबूत दोनो है। किसी भी सूचना को पाने के लिये उस कार्यालय के सक्षम अधिकारी से फार्म-क में भरकर आप अपने काम की सूचना पा सकते हैं।


ये रहा आवेदन पत्र का प्रारूप:


आवेदन पत्र - क

सूचना प्राप्त करने के लिये आवेदन पत्र

(नियम संख्या ३ देखिये)



I.D. No ____________

(कार्यालय में उपयोग के लिये)


सेवा मेंसक्षम अधिकारी महोदय -----------------------------


-----------------------------

१. आवेदक का नाम ________________________


२. पता _______________________________

_______________________________________


३. सूचना का विवरण

(क) सम्बन्धित विभाग :


(ख) माँगी गयी सूचनाओं का विवरण:

(अ) माँगी गयी सूचनाओं का विस्तार से वर्णन:


(आ) कब से कब तक की सूचना चाहिये :


(इ) अन्य विवरण :


४. मै घोषणा करता हूँ कि जो सूचना मैने माँगी है वह विधेयक के धारा ६ में लागू रोकों के अन्तर्गत नहीं आती तथा मेरी जानकारी के हिसाब से आपके विभाग से ही सम्बन्धित है।


५. रू__________ का शुल्क सक्षम अधिकारी के कार्यालय में जमा कर दिया हूँ जिसका रसीद क्रमांक_______________ तथा दिनांक________________है।


स्थान :

दिनांक :

(नाम तथा हस्ताक्षर)

पता _________________


इ-मेल् _______________

दूरभाष:_____________

2 comments:

Shubham Lahoti शुभम् लाहोटी said...

र्या, त्रों, द्दा
जो शब्द आधे हैं उनकी मात्रा ० होगी क्या??
i.e matra (द्दा = दा)
इसकी क्या होगी?? र्या (1 or 2)
agar र्य hai tab to laghu hoga !! ??
त्रों दीर्घ होगा ना?? (2)

dhanyavaad

Shubham Lahoti शुभम् लाहोटी said...

mere blog pe comment chhod dijyega