tag:blogger.com,1999:blog-10323440.post5863905993863672347..comments2024-03-12T13:12:12.393+05:30Comments on प्रतिभास: हिन्दी में प्रोग्रामनअनुनाद सिंहhttp://www.blogger.com/profile/05634421007709892634noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-10323440.post-29168960857918749432019-02-21T14:34:18.378+05:302019-02-21T14:34:18.378+05:30c प्रोग्रामिंग सैंपल प्रोग्राम
सी भाषा में सरल पाठ...c प्रोग्रामिंग सैंपल प्रोग्राम<br /><a href="https://c.happycodings.com/code-snippets/a-very-simple-text-editor.html" rel="nofollow">सी भाषा में सरल पाठ संपादक</a><br />brightwoodshttps://www.blogger.com/profile/12580654274384925642noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-10323440.post-17100446361078952592007-10-05T07:57:00.000+05:302007-10-05T07:57:00.000+05:30हिन्दी को बढावा देने वालों की जितनी तारीफ की जाय उ...हिन्दी को बढावा देने वालों की जितनी तारीफ की जाय उतनी कम है। कम से कम अपनी भाषा को लेकर कभी तो हमारा सिर गर्व से उंचा होगा।Atul Chauhanhttps://www.blogger.com/profile/13418818413795828946noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-10323440.post-71593084972368789672007-10-03T13:34:00.000+05:302007-10-03T13:34:00.000+05:30@ श्रीश जी,हिन्दी में प्रोग्रामन 1988 से GIST CARD...@ श्रीश जी,<BR/>हिन्दी में प्रोग्रामन 1988 से GIST CARD युग से ही कमोबेश होता आ रहा है। Java, C++ से लेकर .NET तक सभी में हिन्दी में भी प्रोग्रामिंग की जा सकती है। रही बात BASIC LATIN (U0000-007F) range में ही सीमित Commands तथा sytax की, फिलहाल वे ज्यों के त्यों रखे जा रहे हैं। BIT, Pilani के विद्यार्थियों द्वारा एक हिन्दी OS भी बनाया गया था। हालांकि फिलहाल देवनागरी का तकनीकी सरलीकरण भी जारी है।हरिरामhttps://www.blogger.com/profile/12475263434352801173noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-10323440.post-6817330399519802362007-10-01T16:29:00.000+05:302007-10-01T16:29:00.000+05:30जिस काम को आज़ादी के बाद जवाहर लाल जी ने नहीं होने ...जिस काम को आज़ादी के बाद जवाहर लाल जी ने नहीं होने दिया वो अब हो रहा है वो भी युवा पीढी के द्वारा यह जान कर अच्छा लगा। ईश्वर इन कर्मठ, जुझारू और प्रतिभावान मित्रो को तरक्की दे।<BR/>और इनके बारे मे लिख कर सभी को इनके कार्य की जानकारी देने और इनका उत्साहवर्धन करने के लिये साधुवादविकास परिहारhttps://www.blogger.com/profile/07464951480879374842noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-10323440.post-48360951522523026942007-09-30T17:37:00.000+05:302007-09-30T17:37:00.000+05:30वाह बहुत अच्छी जानकारी दी अनुनाद जी। इन दो नौजवानो...वाह बहुत अच्छी जानकारी दी अनुनाद जी। इन दो नौजवानों के प्रयास की सराहना की जानी चाहिए।<BR/><BR/>हिन्दी में प्रोग्रामिंग पुराने प्रोग्रामरों को ज्यादा पसन्द नहीं आएगी क्योंकि एक तो वो अंग्रेजी के Syntax के अभ्यस्त हैं, दूसरे कोडिंग के काम में हिन्दी के प्रयोग से वर्तनी संबंधी भिन्नता होने से काम मुश्किल हो जाएगा। उदाहरण के लिए <B>पंडित</B> और <B>पण्डित</B> शब्द दो भिन्न रुप से लिखा जाता है। ऐसे में या तो सभी Commands Words के मानक Syntax तैयार करने होंगे, और उन्हें रटना पड़ेगा, जो कि हिन्दी की जैसा बोला वैसा लिखा (ध्वन्यात्मकता) का फायदा खत्म कर देगा। <BR/><BR/>दूसरा तरीका होगा कि शब्दों के सभी एकाधिक रुपों को Syntax में शामिल किया जाए। ऐसे में काम तो लम्बा होगा ही, भाषा का डैवलपमेंट भी मुश्किल हो जाएगा तथा रिसोर्स भी ज्यादा लगेंगे शायद। <BR/><BR/>इसके अलावा जो आम प्रोग्रामिंग भाषाएँ हैं उनका सतत विकास चलता रहता है। जबकि हिन्दी प्रोग्रामिंग भाषा का शौक पूरा होने पर विकास अवरुद्ध हो जाएगा। ऐसा इसलिए कह रहा हूँ कि SourceForge.NET पर Indic Computing संबंधी अधिकतर प्रोजैक्ट शिथिल हो चुके हैं। अब जो मैने स्ट्रीम भाषाएँ हैं .NET, JAVA आदि इनकी स्वामी कंपनियाँ तो बड़ी आसामी है और इनके साथ तो अर्थ का मामला भी जुड़ा है इसलिए इनमें तो ऐसी कोई बात नहीं लेकिन उपरोक्त हिन्दी भाषा का भविष्य संशयपूर्ण है। ये कहीं एक सैम्पल यादगार की चीज बनकर न रह जाए।<BR/><BR/>इसलिए मेरा ख्याल है कि हिन्दी में प्रोग्रामिंग भाषा केवल वर्ग विशेष को ही फायदा पहुँचाएगी। प्रोफैशनल प्रोग्रामर शायद ही इसमें रुचि दिखाएँ।<BR/><BR/>कृपया मेरी बातों को नकारात्मक रुप में न लें। हो सकता है मेरे विचार गलत साबित हों और मैं चाहता भी यही हूँ। मैं तो बस उपरोक्त बात को वर्तमान हालात की कसौटी पर कस रहा हूँ। मै स्वयँ यह समाचार जानकर बहुत खुश हूँ। मैं स्वयँ चाहता हूँ कि कम्प्यूटर पर अंग्रेजी की दलाली खत्म् हो और हिन्दी का सीधा संबंध Machine Language से हो। और उम्मीद तो कायम है ही, हर चीज की शुरुआत छोटे स्तर से ही होती है। पर मेरा ख्याल है अभी इसका परिणाम और सार्थकता दिखने में समय लगेगा।ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-10323440.post-9744796292704495662007-09-30T17:10:00.000+05:302007-09-30T17:10:00.000+05:30आभार, इस जानकारी के लिये. अति साधुवादी कार्य. प्रश...आभार, इस जानकारी के लिये. अति साधुवादी कार्य. प्रशंसनीय.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-10323440.post-64266946495655366292007-09-30T15:40:00.000+05:302007-09-30T15:40:00.000+05:30इनको सलामइनको सलामउन्मुक्तhttps://www.blogger.com/profile/13491328318886369401noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-10323440.post-66849253568644348382007-09-30T15:22:00.000+05:302007-09-30T15:22:00.000+05:30क्या विरोधाभास है.आज तो मैं एक ब्लाग पर ये पढ़ कर ...क्या विरोधाभास है.<BR/>आज तो मैं एक ब्लाग पर ये पढ़ कर आया हूं कि हमारे ब्लाग्स पर पाठक बढ़ाने के लिये एग्रीगेटर देवनागरी की जगह रोमन में लाये जायें और उस पर पुराने ब्लागर्स तालियां भी बजा रहे हैं।<BR/><BR/>एसे दुष्कर्मों के बीच शमित कुमार का अभियान रेगिस्तान में पानी की बूंद की तरह दिखता है।अभिनवhttps://www.blogger.com/profile/11121711401559687930noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-10323440.post-35115322555739114192007-09-30T15:21:00.000+05:302007-09-30T15:21:00.000+05:30अच्छा लगा यह जान कर. मैं इसे भाषाई आजादी या गुलामी...अच्छा लगा यह जान कर. मैं इसे भाषाई आजादी या गुलामी से जोड़ कर नहीं, रचनात्मकता के उदाहरण के रूप में लेता हूं.Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-10323440.post-32115426229498364032007-09-30T14:34:00.000+05:302007-09-30T14:34:00.000+05:30साधु साधु!!सलाम इन दोस्तों को!!साधु साधु!!<BR/><BR/>सलाम इन दोस्तों को!!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.com